भोपाल, 12 मई 2025 (कोया टाइम्स ब्यूरो): भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं। मध्य प्रदेश साइबर पुलिस मुख्यालय ने एक तत्काल एडवाइजरी जारी कर लोगों को फर्जी खबरों, व्हाट्सएप फिशिंग लिंक और APK फाइलों से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। यह अलर्ट 7 मई 2025 को हुए "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद सामने आया है, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। कोया टाइम्स की खोजी टीम ने इस साइबर ठगी की गहराई से पड़ताल की और कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने लाए।
ऑपरेशन सिंदूर और साइबर ठगों की नई चाल
7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हमला किया। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ और करीब एक दर्जन पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को तबाह किया गया। इस सफल अभियान के बाद भारत-पाक तनाव चरम पर पहुंच गया। लेकिन इसी बीच, साइबर ठगों ने इसे मौके के तौर पर देखा और फर्जी खबरें फैलानी शुरू कर दीं।
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमें कई शिकायतें मिली हैं कि व्हाट्सएप पर फर्जी मैसेज और फिशिंग लिंक फैलाए जा रहे हैं। इनमें 'लाइव अपडेट्स' या 'देश खतरे में' जैसे डराने वाले शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि लोग लिंक पर क्लिक करें।"
साइबर ठग कैसे बनाते हैं जाल?
कोया टाइम्स की पड़ताल में सामने आया कि साइबर अपराधी मुख्य रूप से व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे फर्जी ग्रुप बनाते हैं या अनजान नंबरों (+92, +44, +1 जैसे अंतरराष्ट्रीय कोड) से मैसेज भेजते हैं। इन मैसेज में फिशिंग लिंक या APK फाइलें होती हैं, जो आपके डेटा को चुरा सकती हैं या फोन को हैक कर सकती हैं।
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस की एडवाइजरी: इन टिप्स से रहें सुरक्षित
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस ने लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए कई जरूरी सुझाव दिए हैं:
- व्हाट्सएप अपडेट करें: हमेशा लेटेस्ट वर्जन का इस्तेमाल करें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें।
- अज्ञात लिंक से बचें: किसी भी संदिग्ध लिंक या APK फाइल को डाउनलोड न करें।
- सुरक्षा सेटिंग्स: ऑटो-डाउनलोड बंद करें और अनजान ग्रुप से सावधान रहें।
- शिकायत करें: संदिग्ध मैसेज को व्हाट्सएप पर रिपोर्ट करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर सूचना दें।
फर्जी खबरों का बाजार गर्म, PIB ने दी चेतावनी
11 मई को प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने एक वायरल व्हाट्सएप मैसेज को फर्जी करार दिया। इस मैसेज में दावा किया गया था कि रक्षा मंत्रालय ने भारत-पाक युद्ध की चेतावनी दी है। PIB ने स्पष्ट किया कि यह खबर झूठी है और लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी।
8 मई को द इंडियन एक्सप्रेस ने भी बताया कि सूचना मंत्रालय सोशल मीडिया पर "ऑपरेशन सिंदूर" से जुड़ी भ्रामक सामग्री पर नजर रख रहा है और इसे ब्लॉक करने के निर्देश दिए गए हैं।
साइबर हमलों का बढ़ता खतरा: थ्रेटकॉप की रिपोर्ट
साइबर सुरक्षा फर्म थ्रेटकॉप की 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सएप पर 50 मिलियन से अधिक व्यवसाय साइबर हमलों का शिकार हो रहे हैं। भारत में यह खतरा और भी गंभीर है, क्योंकि लोग व्हाट्सएप का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-पाक तनाव के बीच साइबर अपराधी लोगों की भावनाओं का फायदा उठा रहे हैं।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें, क्या न करें?
- क्या करें:
- विश्वसनीय स्रोतों से ही खबरें लें।
- अपने फोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और उसे अपडेट रखें।
- क्या न करें:
- अनजान नंबरों से आए मैसेज को इग्नोर करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांचें।
साइबर पुलिस की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
मध्य प्रदेश साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक रहें। अगर आपके साथ कोई ठगी होती है या आपको संदिग्ध मैसेज मिलता है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
कोया टाइम्स अपने पाठकों से अनुरोध करता है कि वे सतर्क रहें और फर्जी खबरों से बचें। हम आपके लिए ऐसी खबरें लाते रहेंगे, जो आपको सुरक्षित और जागरूक रखें।